महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में 90-घंटे के कार्य सप्ताह को लेकर चल रही बहस पर अपनी राय दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि काम के घंटों की संख्या से अधिक, काम की गुणवत्ता पर ध्यान देना जरूरी है।
अपने मजाकिया अंदाज में उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी अद्भुत हैं; मुझे उन्हें देखना अच्छा लगता है,” और इस तरह उन्होंने लंबे कार्य घंटों की आवश्यकता को लेकर बनाए जा रहे तर्कों पर सवाल उठाया।
आनंद महिंद्रा ने यह भी बताया कि उत्पादकता बढ़ाने के लिए केवल घंटों को बढ़ाना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने स्मार्ट वर्किंग और संतुलित जीवनशैली पर जोर दिया, जो न केवल अच्छे परिणाम देती है बल्कि लंबे समय तक टिकने वाली उत्पादकता भी सुनिश्चित करती है।
यह बहस तब शुरू हुई जब एलएंडटी के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने 90-घंटे के कार्य सप्ताह का सुझाव दिया, जिसके बाद यह मुद्दा सोशल मीडिया और पेशेवर क्षेत्रों में चर्चा का विषय बन गया। आनंद महिंद्रा का यह संतुलित और मानवीय दृष्टिकोण लोगों को काफी पसंद आ रहा है।